मंगला और विजय की जोड़ी दुनिया में सबसे अलग अनोखी है। ये तो आप पिछले ब्लॉग में देख चुके हैं। अब देखते हैं इनकी नई कहानी देख ते हैं.
मंगला और विजय हर साल अपना ब्रेकअप डे Break Up Day मनाते हैं. मगर ये Break Up Day अपने आप मे अनोखा खास हैं वो कैसे ये पढे।
मंगला तनहाई मे अक्सर बहुत देर तक सोचती रहीती थी कि उसके लिये घर महत्वपूर्ण है या उसका प्यार,
वह इस दुविधा में थी, उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह किसे महत्व दे, अपने माता-पिता को या अपने प्रेमी को, क्योंकि विजय उसकी जान से भी जादा मंगला को चाहता था,लेकिन वह गरीब था.
वे दोनो एकही कॉलेज मे पढते थे,ओर वही उनका प्यार बढा ओर परवान चढा,वह जानती थी कि वो एक बड़े जमीनदार की बेटी हैं ओर गरीब विजय को उसके पिता अपने परिवार के दामाद के रूप में स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं होंगे, चाहे कुछ भी हो जाए.फिर भी वह पिछले दो साल से विजय के साथ थी, लेकिन यह ख्याल उसे पहले कभी नहीं आया था, उनका प्यार परवान पें था मगर कॉलेज खतम हो गया ओर उन्हे अब मिलने मे दिक्कत आने लगी थी.
ओर उसके अलवा मंगल की ममेरी बहन ने दस दिन पहले भागकर शादी कर ली थी।.उस समय मंगल के पिता और पांच-छह लोग उसकी बहन को ढूंढने के लिए गाव पे गाव जकर उनका पीछा कर रहे थे.पक्की खबर मिलने के बाद वे कर्नाटक गए और उस लड़के की जमकर पिटाई करने के बाद उसकी ममेरी बहन को वापस घर ले आए.
और फिर उसने उससे कहा कि अगर उसने लड़के को बुलाया, या मीलने की कोशिश की तो उसे जिंदा नहीं रखा जाएगा और थोडेही दिनों मे उसकी शादी जल्द बाजी में तय की गई थी, ये देख मंगला तनाव में आ गई.उसने यह सब विजय को बताने का फैसला किया,
और विजय के भविष्य की खातिर, वह मानसिक रूप से विजय को अस्वीकार करने के लिए तैयार हो गई, अब वह विजय से उनके हरबार की तरह जहा मिला करते थे उसी स्थान पर याने समंदर के किनारे मिलने जा रही थी.वह और विजय कड़ी धूप में चट्टान पर बैठकर घंटों बातें करते थे.
आज वे फिर मिले। विजय उससे बहोत परेशान था क्योंकि वह पिछले पंद्रह दिनों से उससे नहीं मिलने नहीं आ रही थी और उसके फोन का जवाब भी नहीं दे रही थी।.लेकिन थोड़ी देर बाद उनकी बातचीत फिर से शुरू हो गई। वे दोनो बैठे ही थे कि तभी गजरा बेचने वाला, पॉपकॉर्न बेचने वाला उनके पास आया और उन्होंने उनसे पिछा छूडाने के लिये चीजें खरिद लीं और उनसे पिछा छूडाया.👉ये Love स्टोरी मराठी मे पढे
पॉपकॉर्न खाते-खाते उनके बातचीत में गरमी आने लगी। मंगला ने मुख्य विषय को छेड कर सिधी बाचचीत करना शूरू कर दिया और दोबारा न मिलने को कहा। अचानक मिली अस्वीकृति से विजय घबरा गया. उसे दीनमे तारे दिखाई दिए.मंगलाने उसे अपनी ममेरी बहन की कहानी सुनाई और कहा कि उसका प्यार सफल नहीं होगा और घरवाले तैयार नहीं होंगे.इसी तरह मंगला उसे दोनो का अलग होना कितना जरुरी हैं ये बताती रही.वह यह दावा करती रही कि उसका हित अलग होने मे हैं.
विजय ने कहा कि मुझे बैंगलोर में नई नौकरी मिल गई है.हम भागकर शादी करके भविष्य मे बैंगलोर जाके रहेंगे.बैंगलोर शहर उसकी पहली प्राथमिकता थी और उसने मंगला को भागाकर बैंगलोर जाने की योजना बनाई थी, लेकिन जब उसने बैंगलोर कहा, तो उसके पैर टूट गए. और वह जानती थी कि हम आसानी से पकड़े जाएंगे. वह जानती थी कि पिता हमें आसानी से पकड़ लेंगे और विजय की पिटाई करेंगे. वह उनके गुस्से को जानती थी. हालांकि वह एक नेता थे.
लेकिन एक प्रगतिशील विचारक थे. मंगला को school मे मदत अच्छे अंक मिले इस लिये उन्होंने उसे college मे अगली पढाई के लिये भेजा था.मंगला ने अपने पिता के गुस्से के बारेमे विजय को बताया.विजय भी स्थिति की गंभीरता को समझता था.उसने उसके इनकार को अखीर मे स्वीकार कर लिया ही लीया. दोनों ने अपने मोबाइल फोन से तस्वीरें, चैट और चैट डिलीट कर दीये .दोनों अचानक रोने लगे और काफी देर तक रोते रहे.
समुद्र किनारे पर पानी बढ़ रहा था। किनारा पानी से घिरा हुआ था। वे दोनों इतने भुलक्कड़ थे कि वे अब किनारे तक नहीं पहुँच सकते थे क्योंकि समुद्र ने उनका रास्ता रोक दिया था। जैसा वह चाहता था, समुद्र अशांत था. दोनो को डर लग रहा था. किनारा लंबा था और पानी के बीच से गुजरना आत्महत्या करने जैसा था.
थोड़ी देर बाद भारी भीड़ जमा हो गई.ओर भीड चिल्लाने लगी और टी व्ही मीडिया के लोग भी इसमें शामिल हो गए.उनमें से कुछ बुद्धिमान लोगों ने एनडीआरएफ NDRF को बुलाया और उनका बचाव अभियान शुरू हुआ.दोनों अपना चेहरा छिपा रहे थे लेकिन मोबाइल फोन और टीवी चैनल वालो ओर सोशल मीडिया के वजह से ये दोनो पुरे राज्य में ब्रेकिंग न्यूज बन गए.अब हर कोई उन्हें जानता था.
उन्हें सफलतापूर्वक रेस्कु कर किनारे पर लाया गया.बचाया गया.भीड भी निकल गई.मंगला के पिता वहा आके उसे घर लेके निकल गये.मंगला घर में किसी से नजर न मिला पाती थी। वह अपने पिता के क्रोध को जानती थी। उसने सोचा कि उसकी स्थिति भी उसकी ममेरी बहन जैसी ही होगी। लेकिन चीजें बहोत तेझी से बदल रही थी .किसी ने उसपर ना गुस्सा किया नाही उसे कुछ कहा, उसने सोचा कि यह एक सपना है.उनके और विजय के परिवार ने समाचार देखने के बाद उनकी शादी करणे की पुष्टि की थी और शादी की तारीख निकालने के बारे मे बातचीत कर रहे थे. उसे लगा कि यह कोई सपना है क्योंकि उसके वीडियो हर जगह वायरल हो गए थे.जैसे समुद्र सब कुछ निगल जाता है, उसके पिता ने अनिच्छा से उसके प्यार को स्वीकार कर लिया. कुछ दिनों के बाद, मंगला विजय की शादी हो गई लेकिन मंगला ओर विजय को उनकी शादी की तारीख में वे कुछ भी सेलिब्रेट नाही करते .क्यू की वो दोनो हर साल वे निश्चित रूप से अपना एक दिन जो 26 डिसेंबर हैं जहा वो breakup करणे आये थे पर समंदर की वजह से वे हमेशा के लिये एक हो गये समुद्र तट की चट्टान के पास केक लाकर और समुद्र को धन्यवाद देकर वे अपना love Dayमनाते हैं. लेकिन इस बार समुद्र उन्हें काफी शांत लगता हैं...
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