How to avoid unnecessary spending- फीजुल खर्च करणे से कैसे बचे
आपने ऐसे बहुत से लोगों को देखा होगा जो सैलरी आने से पहले उसे खर्च कहां करना है, इसकी योजना बना लेते हैं। ऐसे लोगों की सैलरी काम चलने लायक या ठीक-ठाक होती है लेकिन फिर भी अपनी खर्चीली आदतों के कारण ये महीने के आखिर तक अपने परिजनों और दोस्तों से पैसे उधार लेने पर मजबूर हो जाते हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे होते हैं जो अपने पैसे को सोच- समझकर खर्च करते हैं और सही जगह इन्वेस्ट करके या फिर बैंक में जमा करके अपने फ्यूचर को सुधारने की कोशिश करते हैं।
बचत बहुत ही जरुरी है क्योंकि यह आपके वित्ती स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने में मदद करती है। यह आपके आने और खर्च को संतुलित रूप से रखने में मदद करती है, आपके लिए आने वाले अच्छे दिनों के लिए धन की सुरक्षा प्रदान करती है, और आपकी आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करती है। बचत आपकी वित्ती स्वतंत्रता को भी बढ़ावा देती है, जिससे आप आने वाले समय में अपने लक्ष्यों को पूरा कर सकते हैं।
इस तरह के लोगों को दूसरों के सामने हाथ फैलाकर शर्मिंदा होने की जरूरत नहीं पड़ती है, अब इस बात का फैसला आपको करना है कि आप किस तरह के इंसान बनना चाहेंगे। अगर आप पैसे बचाना चाहते हैं और अपनी इस कोशिश में नाकाम हो रहे हैं तोआज की ये खबर आपके लिए बिल्कुल परफेक्ट है। दरअसल आज की इस खबर में हम आपको बताएंगे की आप अपने पैसे को किस तरह बचा सकते हैं। इसके लिए आपको अपनी आदतों में कुछ बदलाव करना होगा।
- फीजुल खर्च क्या हैं
"फीजुल खर्च" एक वित्ती शब्द है जिसका अर्थ होता है कि यह खर्च व्यक्ति के बजट या वित्ती स्थिति के संदर्भ में अत्यधिक या अनावश्यक होते हैं, और व्यक्ति के वित्ती स्वास्थ्य को कमजोर कर सकते हैं। इसमें व्यक्ति के खर्च में अधिकतम ध्यान देने वाली चीजें शामिल होती हैं, जैसे कि लगभग कैफ़े, रेस्तरां, शौक, और अन्य ऐसी चीजें जो व्यक्ति की वित्ती स्थिति पर बुरा प्रभाव डाल सकती हैं, अगर वो अत्यधिक खर्च करता है। फीजुल खर्च को कम करने के लिए बजट तैयार करना, आवश्यकताओं को पहचानना, और खर्चों को संयमित रूप से नियंत्रित करना महत्वपूर्ण होता है। इससे व्यक्ति अपने वित्ती स्थिति को सुधार सकता है और वित्ती स्वास्थ्य को मजबूती दे सकता है।
- आजकल हम कोणसे फिजुल खर्च हम करते है.
आज के व्यक्ति के फिजूल खर्च विभिन्न हो सकते हैं, और ये व्यक्ति की व्यक्तिगत वित्ती स्थितियों और व्यक्तिगत जीवन पर निर्भर करते हैं। कुछ आम फिजूल खर्च निम्नलिखित हो सकते हैं:
- दोस्तों के साथ पार्टी करने पर लगाए लगाम - stop partying with friends-रेस्तरां और कैफे में अधिक खर्च बाहर खाने पीने में अधिक पैसे खर्चना, खासतर जब यह नियमित रूप से होता है, फिजूल खर्च का उदाहरण हो सकता है। अपनी स्ट्रेस भरी जिंदगी में हर कोई रिलैक्स करना चाहता है, लेकिन इस आराम का मतलब यह बिल्कुल नहीं होना चाहिए कि आप रोज अपने दोस्तों के साथ पार्टी करें। आपको अपने दोस्तों के साथ पार्टी या ट्रिप के प्लान बनाने चाहिए लेकिन महीने में 1-2 बार के लिए इस तरह की चीजें बिल्कुल ठीक है लेकिन हफ्ते में 1-2 बार नहीं । अगर आप इस स्पीड से पैसे उड़ाएंगे तो आपको कंगाली से कोई नहीं बचा सकता है।
- कमाई से ज्यादा या दिखावट में न करें खर्चा - Don't spend more than you earn or show off -अत्यधिक शौक और व्यापारिक खर्च- यदि किसी के पास अत्यधिक शौक या व्यापारिक खर्च है जो उनकी वित्ती स्थिति को प्रभावित कर रहे हैं, तो ये फिजूल खर्च के तौर पर गिने जा सकते हैं। कई लोग ऐसे होते हैं जिन्हे उनकी कमाई से ज्यादा शौकिया चीजों पर खर्च करने की आदत होती है। इनमे कई लोग ऐसे भी होते हैं जो दिखावे के लिए अपनी डेली यूज की चीजों को दरकिनार कर देते हैं, अगर आप पि आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपैया की जिंदगी जी रहे हैं तो अपने इस लाइफस्टाइल को तुरंत बदल लीजिये। क्योंकि दुनिया को दिखा के आप अभी के लिए वाहवाही बटोर लेंगे लेकिन आपका और आपके परिवार का भविष्य जलकर खाक हो जाएगा।
- लोन और क्रेडिट कार्ड का अत्यधिक उपयोग: अत्यधिक ऋण लेना और क्रेडिट कार्ड का अत्यधिक उपयोग व्यक्ति की वित्ती स्थिति को कमजोर कर सकते हैं।
- कम आय मे अधिक धनराशि में व्यय: कभी-कभी, लोग अधिक धनराशि का व्यय करते हैं जो उनकी आवश्यकताओं के बाहर होता है, जैसे कि लावाजमी खर्च से बाहर के शॉपिंग या यात्रा के लिए करते है।
- खर्चीली आवश्यकताएँ: फिजूल खर्च में खर्चीली आवश्यकताएँ शामिल हो सकती हैं, जैसे कि ब्रैंडेड फैशन या मोबाईल गैजेट्स।
बचत करने के लिए निम्नलिखित कदमों का पालन करें:
- बजट तैयार करें: सबसे पहला कदम है एक वित्ती बजट तैयार करना। आपको अपनी मासिक आय और खर्च को स्पष्ट रूप से जानना होगा।
- आत्म-नियंत्रण बनाएं: अपने खर्चों पर नियंत्रण रखने का प्रयास करें। इसके लिए लगभग सभी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ही खर्च करें और अनावश्यक खर्च से बचें।
- निवेश का विचार करें: आपकी बचत को निवेश के माध्यम से बढ़ावा दें। आप बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट, शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड, या अन्य निवेश के विचार कर सकते हैं।
- स्वतंत्रता संरक्षण का लक्ष्य रखें: आपके लिए आने वाले समय में आवश्यक धन को बचाने का लक्ष्य रखें, ताकि आप अपने सपनों को पूरा कर सकें।
- कॉन्टिंजेंसी फंड बनाएं: आपको किसी आकस्मिक आपातकाल के लिए पर्याप्त नकदी राशि का संरक्षण करने के लिए एक कॉन्टिंजेंसी फंड बनाना चाहिए।
- बचत को नियमित रूप से करें: आपको हर महीने या प्रति मासिक बेसिस पर बचत करने का प्रयास करना चाहिए। यह नियमित बचत को बनाए रखने में मदद करेगा।
- बचत के लिए स्वयं को प्रोत्साहित करें: अपनी बचत को एक महत्वपूर्ण लक्ष्य के रूप में देखें और स्वयं को संशोधित करने के लिए सख्त रहें।
- वित्ती सलाह लें: अगर आपको वित्ती निपुण की सलाह की आवश्यकता है, तो एक वित्ती सलाहकार से मिलकर आपके लिए सही निवेश योजना तैयार करें।
बचत एक बेहद महत्वपूर्ण वित्तीय आदत है जो आपके आने वाले समय में वित्ती सुरक्षा और स्वतंत्रता प्रदान कर सकती है।
- हमे सेवींग कितनी करणी चाहिए?
बचत की राशि का प्रतिशत व्यक्ति की वित्ती स्थिति, लक्ष्यों और आय के आधार पर भिन्न हो सकता है। आमतौर पर, हमारी मासिक आय से बचत को आपकी मासिक या पारंपरिक आय का 20-30% राशि के रूप में सुझाते हैं। लेकिन यह संभावना है कि आपकी वित्ती लक्ष्यों और सामाजिक परिस्थितियों के हिसाब से इसमें बदलाव हो सकता है। आपको बचत की राशि को अपनी आवश्यकताओं और लक्ष्यों के आधार पर सोचकर तय करना चाहिए, और एक वित्ती निपुण की सलाह लेना भी मददगार हो सकता है।