शेअर मार्केट से अच्छे शेअर कैसे चुने?

Vikas Jamdade
0

🔰शेअर मार्केट से अच्छे शेअर कैसे चुने?

कम किमत वाले शेअर अच्छे या जादा किमत वाले इसका सहि जवाब चाहिए तो हमे अच्छे शेअर उसको कह सकते है जिसका फंडामेंटल बडिया हो.लॉन्ग टर्म निवेशक हमेशा अच्छे फंडामेंटल मे निवेश करते है.

⭕फंडामेंटल क्या होता है ?

कंपनी का उत्पाद,सलाना लाभ,anual बिजनेस,ये सभी बाते शेअर के भाव से जुडे सभी तथ्योको फंडामेंटल कहते है.किसी भी कंपनी के शेअर के भाव कम या जादा इसी फंडामेंटल पे निर्भर राहते है.

⭕तिमाहि /वार्षिक परिणाम

किसी कंपनी के तिमाहि या वार्षिक परिणाम उसका टर्न ओव्हर , वार्षिक बिक्रि,नेट प्रॉफिट,नेट वेर्त्थ्,ये सभी बाते हमे जाननी होगी.ये सभी बाते हमे कंपनी के गत साल के आकडोसे तुलना करेंगे तो हमे कंपनी का प्रदर्शन पता चलेगा.

⭕प्राइस अर्निग रेशो(PE)

शेअर का बाजार प्राईस को अर्निग पर शेअर प्राईस (eps) विभजित करेगें तो जो आकडा आएगा उसे pe रेशो कहा जाता है.ये रेशो जितना जादा रहेगा ऊतनी शेअर कि किमत जादा रहेगी .जिस कंपनी का वार्षिक परिणाम अच्छा राहता है.उसके शेअर कि किमत हमेशा जादा राहती है.और उसका pe रेशो जादा रहता हैं.शेअर कि किमत बढने पर वो ओव्हर बाय झोन मे चला जाता है.और pe रेशो बढ जाता है.अगर यहा से बिक्रि बढ जाती है तो pe रेशो नीचे आता है.और शेअर कि किमत घट जाती है.

⭕अर्निग पर शेअर( E P S)

कंपनी के पर शेअर लाभ को जो दर्शाता है.उसे अर्निग पर शेअर eps कहते है.कंपनी के एकीकृत प्रॉफिट को शेअर के डिव्हिडंट के साथ विभाजित करने पर eps का आकडा आता है.कंपनी का eps जादा उसका प्रॉफिट जादा.

⭕शेअर होल्डिंग पॅटर्न

फंडामेंटल मै ये एक महत्वपुर्ण घटक है.इस मै हमे कंपनी के शेअर धारक और उनका विभाजन किस तरह से किया है उसकी जाणकारी मिळती है.ये पॅटर्न निम्नलिखित है.

🛑प्रमोटर

कंपनी के प्रवर्तक या चेअरमन को प्रमोटर कहा जाता है.उनका हिस्सा कंपनी मै सबसे जादा राहता है.

🛑विदेशी NRI निवेशक

विदेशी निवेशक भारतीय कंपनी में निवेश कर सकते है.ये जाण ना महत्वपुर्ण है कि उनका कितना निवेश कंपनी मै है.

🛑muchul funds

muchul फंड्स मे निवेश करणे वाली कम्पनिया निवेश करती है.उनका हिस्सा हमे फंडामेंटल मे दिखता है.

🛑विमा कंपनी

विमा कंपनी भी कम्पनियो मे निवेश करती है.और शेअर खरीद ती है हाल हि मै lic ने अपने muchual fund जरी किया है.
🙏इस तरह से इस सभी फंडामेंटल के 4 तथ्य शेअर कि किंमत कम या जादा होणे के कारण है.इसकी जाणकारी‌ अध्ययन करके कोई भी अच्छे कंपनी के शेअर खरीद सकता है और अपना पोर्टफोलिओ सुधार सकता है.
ये लेख आपको कैसा लागा plz like & शेअर
📌शेअरबाजरातील गुंतवणूक वित्तिय जोखीम असते.

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

Please Select Embedded Mode To show the Comment System.*