अकेलेपन Loneliness भावना का सामना कैसे करें
- अकेलापन Loneliness क्या है ?
अकेलापन Loneliness एक ऐसी भावना है जिसमें लोग बहुत असुरक्षित तीव्रता से खालीपन और एकांत का अनुभव करते हैं। अकेलेपन की तुलना महत्वहीन महसूस करने से की जाती है। अकेले व्यक्ति को मजबूत पारस्परिक या सामाजिक समंध बनाने में कठिनाई होती है। दरअसल बहुत से लोगो के होते हुए भी हम अपने आप को तब अकेला महसूस करते हैं जब आपको दूसरे लोगो से सपोर्ट नहीं मिलता, जरूरत के समय सहारा नहीं मिलता।
तब लोगो के मन में अन्दर ही अन्दर युद्ध सा चल रहा होता है और वे अंदर ही अंदर घुटते रहते हैं। अपने मन के अंदर के उस गुबार को बाहर निकलने के लिए जब कोई सुनने वाला नहीं मिलता, समझने वाला नहीं मिलता, तब लोग अकेलापन महसूस करते हैं।
यहाँ मैं आपको एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि अकेलापन और अकेला होना दो अलग अलग बातें हैं। अकेलेपन में आप लोगो के बीच में रहते हुए भी खुद को अकेला महसूस करते हैं। अकेलापन वह दौर होता है जब आपको अकेला रहना पसंद नहीं होता और आप नाखुश होते हैं। जबकि जब आप अपनी इच्छा से अकेले होते हैं तो इसका मतलब है कि आप एकांत चाहते हैं। और एकांत में आप अकेले होकर भी खुश रहते हैं। ऐसे व्यक्ती यातो स्टुडंट्स,या लेखक या उच्च लोक होते हैं. अकेलेपण की भावना बच्चो से लेकर बूजुर्ग लोगोमे पायी जाती है
- बच्चे के अकेलेपण के कारण
- पढाई, लिखाई में असफलता मिलने पर।
- माता पिता के झगडे के कारण
- युवाओ ओर नोकरी करनेवाले लोगो के अकेलेपण के कारण
- घर परिवार में किसी से किसी बात पर विवाद होने पर।
- किसी काम में असफलता मिलने पर।
- किसी बात का अहंकार होना या घमण्ड होना।
- किसी प्रियजन की मृत्यु होने पर।
- जीवनसाथी से तलाक होने पर।
- Business, व्यापार में घाटा होने पर।
- बेरोजगार होने पर।
- प्रेमी या प्रेमिका द्वारा धोखा देने पर।
- घर या आसपास के माहौल से प्रभावित होकर।
- कोई गलती या अपराध करने पर।
- किसी के द्वारा भावनात्मक रूप से परेशान होकर।
- पति पत्नी के आपसी झगड़े या विचार ना मिलने पर।
- बुढ़ापे में बच्चों द्वारा उपेक्षा होने पर।
- अकेलापन को दूर करने के लिए आप निम्नलिखित कुछ कदम उठा सकते हैं:
- समय दोस्तों और परिवार के साथ बिताएं : दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताने से आपका मनोबल बढ़ सकता है और आपको अकेलापन का सामना करने में मदद मिल सकती है.
- नए लोगों से मिलें: नए लोगों से मिलकर दोस्ती करना और नए दोस्त बनाना अकेलापन को कम कर सकता है. नए लोगों से मिलने के लिए आप निम्नलिखित तरीकों का आधार ले सकते हैं.
- सामाजिक संगठनों और क्लब्स में शामिल हों : आपकी रुचियों के आधार पर सामाजिक संगठनों और क्लब्स में शामिल होना एक अच्छा तरीका हो सकता है जहाँ आप लोगों से मिल सकते हैं जिनकी आपकी रुचियां मेल खाती हैं. आप कहेंगे क्लब मे जॉईन होणे के लिये पैसा लागता हैं.तो आप समाज मे बहुतसे सामाजिक संघटन हैं जीन्हे अक्सर लोगोकी जरुरत पडती हैं.वहा हम जॉईन हो सकते हैं.
- महाराष्ट्र मे श्री.स्वामी समर्थ की एक सामाजिक संस्था हैं जिसे बैठक कहते हैं जिसमे करोडो लोग सभासद हैं ओर से हरबार स्वच्छता का काम करते है जिसमे लाखो टन कचरा जमा करके शहर साफ करने का महान काम करते है.
- वॉलंटियर काम करें: स्थानीय वॉलंटियर ग्रुप्स में शामिल होकर आप साथी वॉलंटियर्स के साथ समय बिता सकते हैं और नए लोगों से मिल सकते हैं, इसके साथ ही सेवा करने का अच्छा अवसर भी मिलता है.
- सामाजिक मीडिया: आप ऑनलाइन सामाजिक मीडिया प्लेटफार्मों का उपयोग करके भी नए दोस्त बना सकते हैं, लेकिन यह मानव संबंधों को ऑफलाइन मिलने के तरीके के साथ मिलाता जुलाता है.नए लोगों से मिलना एक रोचक और आत्मविकासपूर्ण अनुभव हैं. और यह आपके जीवन में नये व्यक्तिगत संबंध बनाने का मौका प्रदान करता है।
- पॉजिटिव सोचें Think positive : हमेशा हर चीज के बारे में positive सोचें। और ये सोचें कि सब अच्छा होगा। Negative सोचने से आप और ज्यादा Tension में आ जायेंगें।
- अपने रुचियों को पुनः खोजें: कुछ नई या पुरानी रुचियों का पालन करने से आपको आनंद मिल सकता है और अकेलापन कम हो सकता है.
- मेडिटेशन और योग: मेडिटेशन और योग का अभ्यास करना मानसिक शांति और स्वास्थ्य को सुधार सकता है, जिससे आपका अकेलापन कम हो सकता है.
- कुछ नया करने की कोशिश करे:Try something new : जब भी समय मिले कुछ नया करने की कोशिश करें। जैसे – कुकिंग करें, डायरी लिखे, blog लिखे, घर के काम करें, बागवानी करें आदि | कुछ नया करने से दिमाग एक जगह से हटकर दूसरी जगह लगेगा और आप अकेलेपन से बच सकेंगे।
- मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से संपर्क : यदि आपका अकेलापन लंबे समय से चल रहा है और आपको मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं हो रही हैं, तो सलाह के लिए मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से संपर्क करना भी महत्वपूर्ण हो सकता है।