MANOJ JARANGE PATIL एक मराठा योद्धा
मनोज जरांगे पाटील Manoj Jarange Patil maharastra का मराठा समाज का चेहरा बन गये है.उन्होंने मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग करते हुए अनगिनत आंदोलन किए. लेकिन इन पर किसी का ध्यान नहीं गया. हालांकि, इसबार जब मनोज जरांगे पाटीलजी ने हाल ही मे भूख हड़ताल कि, तो राज्य में उथल-पुथल मचा दी.
आज हमारे सोलापूर सिटी मे उनका आगमन हुआ हैं. वे सोलापुर के मराठा समाज को विराट सभा लेकर लाखों लोगो संभोदीत किया.
महाराष्ट्र Maharashtra के कुछ हिस्सो मे प्रती आंदोलन बढणे लगा ओर लोकआंदोलन बन गया . उसका केंद्र अंतरवाली सराटी गाव बन गया है.Manoj Jarange Patil: मनोज जरांगे पाटिल अब महाराष्ट्र के लिए एक आयकॉन बन गए हैं. NCP प्रमुख शरद पवार सहित वरिष्ठ राजनेता उनसे मिल रहे हैं.
महाराष्ट्र में मराठा समुदाय को आरक्षण देने की मांग के साथ जालना में भूख हड़ताल पर बैठक मनाेज जरांगे पाटिल ने पानी और दवा भी नहीं लेने का ऐलान किया है। जरांगे ने कहा है कि जब तक सरकार मराठा को कुनबी प्रमाणपत्र नहीं देती है तब मूख हड़ताल जारी रहेगी।मराठा आरक्षण आंदोलन को लेकर बीते 29 अगस्त से महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-पुथल मची हुई थी.
सरकार को दिया 30 दिन का अल्टीमेटम
राज्य सरकार के एक प्रतिनिधिमंडल ने मराठा आरक्षण के लिए जालना जिले के अंतरवाली सराटी गांव में भूख हड़ताल पर बैठे मनोज जारांगे-पाटिल से मुलाकात की और मध्यस्थता की, लेकिन जरांगे पाटिल ने कहा कि आरक्षण को लेकर अधिसूचना जारी होने तक धरना वापस नहीं लिया जाएगा और राज्य सरकार को चार दिन का समय देकर भूख हड़ताल जारी रहेगी| मनोज जरांगे के अनशन का आज नौवां दिन है| इस भूख हड़ताल के कारण जरांगे पाटिल का स्वास्थ्य बहुत खराब हो गया है।जानिए कौन हैं मनोज जरांगे पाटिल?
मनोज जारांगे पाटील मूल रूप से महाराष्ट्र के बीड के रहने वाले हैं, जो फिर बाद में जालना शिफ्ट हो गए। उन्होंने यहां एक होटल में काम भी किया। शुरुआत में उन्होंने कांग्रेसी कार्यकर्ता के रूप में किया, हालांकि कुछ वक्त बाद ही उन्हें पार्टी छोड़ दी। बता दें कि मनोज जरांगे पाटील विभाग प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा रहे हैं, जिन्होंने मराठा आरक्षण की मांग के लिए राजनेताओं से मुलाकात की।मनोज जरांगे पाटील का परीवार
मनोज जरांगे पाटील के परीवार मे तीन भाई ओर पत्नी बच्चे ओर पिता रहते हैं. जब मनोज जरांगे पाटील इनका स्वाथ्य बहोत बिगड़ गया था. और उन्हें सेलाइन पर रखा गया था| तब इसलिए उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता व्यक्त की जा रही है| इसे लेकर जरांगे पाटिल के परिवार वालों ने भी चिंता जताई है| इस दौरान शिवराज ने अपने पिता की सेहत को लेकर चिंता जताई| शिवराज 19 साल के हैं और फिलहाल B Tek कर रहा है|शिवराज मनोज जारांगे-पाटिल ने कहा, ”मुझे अब पापा की चिंता हो रही है| पिछले नौ दिनों में पापा के पेट में भोजन का एक कण भी नहीं गया है| इसीलिए वे चिंतित हैं| मैं पापा से कहूंगा कि हमें आरक्षण चाहिए, लेकिन आप अपनी सेहत का ख्याल रखें| हमारा पूरा समाज बहुत दिनों से संघर्ष कर रहा है| समाज को न्याय मिलना चाहिए| हम इसके लिए लड़ना जारी रखेंगे और न्याय दिलाएंगे।” अपने पिता की हालत के बारे में बात करते हुए शिवराज की आंखें छलक गईं|शिवराज ने कहा, अगर पापा की जान को कोई खतरा हुआ तो सरकार उनका ख्याल रखेगी. क्योंकि इस सरकार को नहीं पता कि वे कब से भूख हड़ताल पर हैं| इस सरकार को उनकी चिंता करनी चाहिए| पापा के लिए और हमारे लिए, पहले समाज महत्वपूर्ण है और फिर हमारा घर। मैं पापा से बस इतना कहना चाहता हूं कि हमें आपका पूरा समर्थन है। हमें आरक्षण चाहिए|